कालिम्पोंग
गोर्खाल्याण्ड जोइन्ट एक्सन कमिटी द्वारा गोर्खाल्याण्ड आन्दोलन को निरन्तरता देने हेतु सांस्कृतिक आन्दोलन स्वरूप जातीय वेशभूषा में सज कर धरना के कार्यक्रम शुरू किया हे । बन्द के बाद दुसरे चरण के आन्दोलन के कार्यक्रम अन्तर्गत शुक्रवार से शुरू हुए उक्त कार्यक्रम आज भी जारी रहा । प्रत्येक समष्टि द्वारा दैनिक रूप में धरना देने के क्रम में आज ३४ नम्बर होम्स भालूखोप समष्टि के कार्यकर्ताओ ने इस कार्यक्रम में भाग लिया । जातीय वेशभूषा पहने कार्यकर्ताओ ने आज पुरे दिन विभिन्न माग को केन्द्र करते हुए यहाँ के मेला ग्राउंड में धरना दिया । कल उक्त कार्यक्रम महकमा अधिकारी के कार्यालय में संपन हुआ था पर आज का कार्यकम मेल ग्राउंड में संपन किया गया । आज भी ३४ नम्बर समष्टि के पक्ष से महकमा अधिकारी को विभिन्न माग करते हुए एक ज्ञापन सौपा गया । ज्ञापन में अलग राज्य गोर्खाल्याण्ड के आन्दोलनमा गोजमुमो दल के कई सभासद् तथा कार्यकर्ताओ को विनाकारण पकड़ने की एवं उनको जल्द से ज़ल्द बिनाशर्त रिहा करने की माग किया गया हे ।
वही पुलिस के द्वारा निर्दोष व्यक्ति को जो धरपकड करने का कार्य शुरू हुआ हे उसको शीघ्र बन्द कर गाउँ घर में शान्ति स्थापना करने की मांग ,साथ ही अलग राज्य गोरखालैंड के गठन के लिए पहल शुरू करने की मांग भी किया गया हे । महकमा अधिकारी के अनुपस्थिति डेपुटी मेजिस्ट्रेट प्रितम लिम्बु को उक्त ज्ञापन पत्र देने के बाद कमिटी के सदस्य पुनःमेला ग्राउंड में धरना में बैठ गये । क्रामाकपा के किशोर प्रधान ने इस आन्दोलन से सरकार को अवश्य असर पड़ने की बात कहा । उन्होंने आगे कहा की गोर्खाल्याण्ड आन्दोलन लगातार चलता रहेगा । प्रधान ने कहा की  आन्दोलन के रणकौशल अनुरूप कभी के एक स्टेप पीछे तो कभी एक स्टेप आगे जाना होगा। आज धरना में बैठे कार्यकर्ता ने सरकारी नीति के विरोधस्वरूप काला फिता अपने हातो में बंधा हुआ था । मोर्चा महकमा समिति सचिव कुमार चामलिङ ने उक्त महीनाव्यापी सांस्कृतिक क्रान्ति ७ अक्टोबर तक चलने की जानकारी दिया । सभी को जातीय पोषाक में आने की अपील चामलिंग ने किया । आज के कार्यक्रम में मोर्चा केन्द्रिय समिति सदस्य विजय सुन्दास,क्रामाकपा के सुदन प्रधान,३४ नम्बर समष्टि सचिव नरेन्द्र लामा आदि ने सम्बोधन किया । उक्त धरना कार्यक्रम में क्रामाकपा के मोहन पौड्याल, गोजमुमो केन्द्रिय समिति सदस्य तारा लोहार लेप्चा,विभिन्न भातृ संगठन के पदाधिकारी लगायत कार्यकर्ता की उपस्थिति था ।