कालिम्पोंग

तकदाह खण्ड विकास अन्तर्गत तकलिङ (1) ग्राम पञ्चायत में  आज जल आतंक रोग (एंटी रेबीजरोग) पर एक कार्यशाला सम्पन्न हुआ । गैर सरकारी संस्था पश्चिम बंगाल स्वयमसेवी स्वस्थय संस्था(डव्ल्युभीएचए) एवं  ग्राम विकास समिति के संयुक्त आयोजनमा आज सम्पन्न हुए कार्यशाला में  क्षेत्र के  कुल 80  घरेलु कुतो एवं बिल्ली को जल आतंक रोग प्रतिरोधक सुइ लगाया गया । उक्त कार्यशाला में कालिम्पोंग एनिमल सेल्टर के पशु डाकटर डीपी पांडे , सहयोगी मुकेश छेत्री, लाकपा लामा, सन्दिप राई आदि उपस्थित थे । इसी कार्यशाला में को 12 कुत्तो की नशबन्दी करने की जानकारी ग्राम विकास समिति के  अध्यक्ष डीबी छेत्री ने दिया हे। तकलिङ प्राथमिक पाठशाला में आज सम्पन्न हुए उक्त कार्यशाला में  क्षेत्र के माध्यमिक शिक्षा केन्द्र, गान्धी सम्राक, आदि के  विद्यार्थी लगायत शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित थे। कार्यशाला में सरिक विद्यार्थी एवं शिक्षक को ड़ा पांडे ने जल आतंक रोग के लक्षण एवं रोकथाम पर जानकारी प्रदान किया साथ ही एक अन्तरक्रियात्मक कार्यक्रम में भी भाग लिया ।  ड़ा पाण्डे ने २०२० तक देश को जल आतंक रोग मुक्त करने की सरकार के योजना होने की बात से अवगत कराया । वर्ष 2006साल के  20 जुलाई के  दिन जल आतंक रोग से  तकलिङ में एक किशोर मृत हो गया था थियो। उक्त घटना से क्षेत्रवासी में  आतंक के  माहौल उत्पन्न होने के बाद उसी साल से नियमित रुप में  क्षेत्र के कुत्तो को एन्टी रयाबीस सुइ लगाते आने की जानकारी समिति के अध्यक्ष डीबी छेत्री ने दिया हे।