कालिम्पोंग

डेंगू रोग के चपेट के कारण कालिम्पोंग में आज एक रोगी की मृत्यु हुई है। ये कालिम्पोंग में पहला मौका हे जब कोई रोगी इस रोग के चपेट में पड़कर कर जान गवाना पड़ा हे। मृतक कालिम्पोंग अस्पताल की एक नर्सिंग स्टाफ पदमा गोले (४७) हे जो 4 सेप्टेबर से अस्पताल में बुखार के शिकायत के बाद भर्ती थी । इस अवधी पदमा के डेंगू के दो टेस्ट एनएस1 एवं आईजीएम के रिपोर्ट पोजिटिभ निकले थे । कल रात अचानक मरीज की हालत बिगड़्ने के बाद डाक्टरो ने उनको सिलीगुड़ी रेफेर कर दिया था पर रस्ते में रात १२ बजे करीबन पदमा ने दम तोड़्ने की जानकारी  एसडीएम्ओ डा. सोनाम ने आज दिया हे । उन्होंने उक्त मृत्य डेंगू रोग से होने की पुष्टी किया हे। पदमा यहाँ के बड़ा गेल की निवासी थी। पदमा को कैसे डेंगू लगा इस पर रहस्य बना हुआ हे क्यों की वो कालिम्पोंग में ही थी । इस केस की जाच अभी चलने की बात अस्पताल पक्ष ने कहा हे । वही पीडित पक्ष ने अस्पताल में पदमा के मौत पर सवाल उठाया हे पर अस्पताल पक्ष ने कोई भी लापरवाही होने की बात अस्वीकार किया हे। उक्त मृत्यु होने के बाद छेत्र में डेंगू रोग के सङ्क्रण बड़ने की सम्भावना हे । वही कालिम्पोंग अस्पताल में करीब १६ लोग अभी भी डेंगू सस्पेक्ट के चलते भर्ती हे जिसके कारण सभी बुखार आने वाले मरीज को अस्पताल पक्ष गम्भिरता पूर्वक निरिक्षण करने की जानकारी भी डा.सोनाम ने दिया हे। डेंगू रोग के परिक्षण हेतु कालिम्पोंग अस्पताल में कोई संशाधन नहीं हे जिसके चलते परिक्षण करने हेतु मरीज प्राइवेट अस्पताल में जाने को मजबूर हे। वही कुछ दिन आगे ही नगरपालिका के स्वास्थ्य अधिकारी डा. एसडी जिम्बा ने पहाड़ में डेंगू के एडिस मच्छर नहीं होने की बात कही थी पर उक्त रोगी के मौत के बाद उक्त दावा भी खोकला साबित होता दिख रहा हे। नगरपालिका ने इस घटना के खबर सह-प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को भेज दिया हे । कालिम्पोंग में आज नर्सिङ स्टाफ गोले की मृत्यु के शोक में  12 से 2 बजे तक ओपीडी सेवा को बंद रखा था ।